"बुद्धावतार": अवतरणों में अंतर
दिखावट
Content deleted Content added
No edit summary टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
||
पंक्ति 8: | पंक्ति 8: | ||
अर्थात्, कलयुग में देवद्वेषियों को मोहित करने नारायण कीकट प्रदेश (बिहार या उड़ीसा) में अजन के पुत्र के रूप में प्रकट होंगे।<ref>[http://www.getwisdom.in/index.php?flg=OFF&vip=puran&puran=5+Bhagavat&sec=2&chap=6&cod=bgp&pn=53&act=go&bn1=chap&bn=page भागवत स्कंध १ अध्याय 6 श्लोक १९-२९]</ref> |
अर्थात्, कलयुग में देवद्वेषियों को मोहित करने नारायण कीकट प्रदेश (बिहार या उड़ीसा) में अजन के पुत्र के रूप में प्रकट होंगे।<ref>[http://www.getwisdom.in/index.php?flg=OFF&vip=puran&puran=5+Bhagavat&sec=2&chap=6&cod=bgp&pn=53&act=go&bn1=chap&bn=page भागवत स्कंध १ अध्याय 6 श्लोक १९-२९]</ref> |
||
जबकि गौतम का जन्म वर्तमान नेपाल में राजा शुद्धोदन के घर हुआ था। |
जबकि गौतम का जन्म वर्तमान नेपाल में राजा शुद्धोदन के घर हुआ था। |
||
== इन्हें भी देखें == |
|||
# [[गौतम बुद्ध]] |
|||
# [[दशावतार]] |
|||
# [[चौबीस अवतार]] |
|||
# [[हिन्दू धर्म में बुद्ध]] |
|||
[[श्रेणी:हिन्दू धर्म]] |
[[श्रेणी:हिन्दू धर्म]] |
10:47, 17 अप्रैल 2019 का अवतरण
बुद्धावतार भगवान् विष्णु के दश अवतारों में बुद्ध को ९वाँ अवतार और चौबीस अवतारों में से तेईसवें अवतार माने गए हैं।
पुराणों में बुद्ध
आधुनिक मान्यतानुसार गौतम बुद्ध को ही बुद्धावतार माना जाता है परंतु पुराणों के विस्तृत अध्ययन से ज्ञात होता है कि गौतम तथा बुद्ध दोनो भिन्न व्यक्ति थे। जैसे भागवत स्कंध १ अध्याय ६ के श्लोक २४ में -
"ततः कलौ सम्प्रवृत्ते सम्मोहाय सुरद्विषाम्। बुद्धोनाम्नाजनसुतः कीकटेषु भविष्यति।।"
अर्थात्, कलयुग में देवद्वेषियों को मोहित करने नारायण कीकट प्रदेश (बिहार या उड़ीसा) में अजन के पुत्र के रूप में प्रकट होंगे।[1] जबकि गौतम का जन्म वर्तमान नेपाल में राजा शुद्धोदन के घर हुआ था।