रिलेशनशिप- दुनिया के सफल लोगों की 10 आदतें:सुबह जल्दी उठना, संयमित खाना, वक्त का पाबंद होना, ऐसी ही मिलती है सफलता

5 दिन पहलेलेखक: शिवाकान्त शुक्ल
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नया साल लोगों के लिए तमाम उम्मीदें लेकर आता है। हर कोई नए साल की शुरुआत नई ऊर्जा और नए संकल्पों के साथ करना चाहता है। हालांकि किसी भी व्यक्ति की सफलता की सीढ़ी का पहला पायदान उसकी अच्छी आदतें होती हैं। ये आदतें ही उसे बेहतर और सफल बनाने में मदद करती हैं।

अगर आप भी नए साल पर सफलता हासिल करना चाहते हैं तो अपनी आदतों में बदलाव करना जरूरी है। इसके लिए दुनिया के कुछ सफल व्यक्तियों की सिर्फ एक-एक आदत अपने जीवन में उतार लें तो निश्चित ही सफलता आपके कदम चूमेगी।

इसलिए आज हम दुनिया के सफल लोगों की 10 आदतों के बारे में बात करेंगे।

सफल लोगों की 10 अच्छी आदतें

दुनिया में जितनी भी महान और कामयाब शख्‍सियतें हुईं हैं, उन सभी में एक चीज कॉमन थी कि वह हमेशा से वही बनना चाहते थे, जिसका उन्होंने सपना देखा था। उन्होंने अपने जीवन में कई बार असफलताएं भी देखीं, लेकिन इसके बाद भी हार नहीं मानी।

वह असफलताओं से लगातार सीखते रहे और निरंतर प्रयास करते रहे। नीचे ग्राफिक में दुनिया के सफल लोगों की 10 ऐसी आदतों के बारे में जानिए, जो आगे चलकर सफलता की कुंजी बनीं।

आइए, अब ऊपर दी गई आदतों के बारे में विस्तार से बात करते हैं।

सूर्योदय के साथ उठते थे अल्बर्ट आइंस्टीन

दुनिया के सबसे बड़े वैज्ञानिकों में से एक अल्बर्ट आइंस्टीन की दिनचर्या काफी सरल थी। वह वर्क, रेस्ट और पर्सनल टाइम के बीच संतुलन बनाए रखने में विश्वास करते थे।

उनका मानना ​​था कि सुबह जल्दी उठने से अपने काम और पर्सनल एक्टिविटीज पर ध्यान केंद्रित करने के लिए अधिक समय मिलता है। अल्बर्ट आइंस्टीन से सीखकर सूर्योदय के साथ उठने की आदत हम अपने जीवन में उतार सकते हैं, जो कि सफलता के लिए बेहद जरूरी है।

रतन टाटा से सीखें समय की कीमत

सफलता हासिल करने के लिए समय की कीमत को समझना बेहद जरूरी है। दुनिया में जितने भी सफल लोग हुए हैं, वे जीवन के एक-एक पल को कीमती मानते हैं।

भारत के जाने-माने बिजनेसमैन रतन टाटा भी समय के बड़े पाबंद थे। सफलता के शिखर पर होने के बावजूद वह सुबह 6 बजे उठ जाते थे और रात के 9 बजे तक लगातार अपने काम में व्यस्त रहते थे। वह अक्सर सुबह से शाम तक मीटिंग्स अटेंड करते थे। रतन टाटा से हम हमेशा समय का पाबंद रहना सीख सकते हैं।

गांधी जी से सीखें सेहत के प्रति जागरूक रहना

महात्मा गांधी अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहते थे। वह हर रोज कई किलोमीटर पैदल चलते थे। हमेशा शुद्ध शाकाहारी भोजन करते थे। गांधी जी दूध, अनाज, फल और हरी सब्जियां खाते थे और दूसरों को भी इन्हें खाने की सलाह देते थे। गांधी जी से हम संयमित भोजन के साथ जीवनयापन करने की आदत सीख सकते हैं।

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम से सीखें पॉजिटिव रहना

पॉजिटिविटी के बिना सफलता संभव ही नहीं है। भारत के 11वें राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम से कठिन परिस्थितियों में भी पॉजिटिव रहना सीखा जा सकता है। उन्होंने अपने जीवन में काफी उतार-चढ़ाव का सामना किया, लेकिन कभी भी निगेटिविटी को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया।

बिल गेट्स से सीखें रिस्क लेना

माइक्रोसॉफ्ट के फाउंडर बिल गेट्स दुनिया के उन लोगों में से एक हैं, जिन्होंने अपनी मेहनत व लगन के दम पर अपार दौलत और शोहरत हासिल की है। उनका मानना है कि ‘अगर आप गरीब पैदा हुए हैं तो यह आपकी गलती नहीं है, लेकिन अगर आप गरीबी में ही मर गए तो यह आपकी गलती है।’ बिल गेट्स सफलता हासिल करने के लिए रिस्क लेने में यकीन रखते हैं।

अब्राहम लिंकन से सीखें असफलता को स्वीकारना

अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन का जन्म एक गरीब अश्वेत परिवार में हुआ था। उनका जीवन बहुत संघर्षों और मुश्किलों से भरा था, लेकिन उन्होंने हर विषम परिस्थिति का डटकर मुकाबला किया। उनका मानना था कि ‘हारने के बाद भी लगातार कोशिश करते रहें तो सफलता निश्चित ही आपके कदम चूमेगी।’

इलॉन मस्क से सीखें कड़ी मेहनत करना

दुनिया के सबसे अमीर बिजनेसमैन इलॉन मस्क अपने लक्ष्य को किसी भी कीमत पर हासिल करने की प्रेरणा देते हैं। उनका मानना है कि अगर आपके लिए कोई काम बहुत महत्वपूर्ण है तो आप इसे किसी भी कीमत पर पूरा करेंगे। भले ही हालात आपके खिलाफ हों।

आपके दिमाग में सिर्फ यही बात होगी कि आप उस लक्ष्य को किसी भी कीमत पर हासिल करें। इलॉन मस्क से हम अपने लक्ष्य को प्रिऑरिटी देना और उसे हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करना सीख सकते हैं।

गलतियों से डरने के बजाय उससे सीखें: मार्क जुकरबर्ग

गलतियां करना मानवीय स्वभाव है। लेकिन उन गलतियों से जो सबक लेता है, वही सफल होता है। दुनिया के सबसे बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक के CEO मार्क जुकरबर्ग गलतियों से सीखने में विश्वास रखते हैं।

उन्होंने एक बार कहा था, "मैंने अब तक कंपनी चलाने में बहुत सारी गलतियां की हैं। मैंने लगभग हर वह गलती की है, जिसकी आप कल्पना कर सकते हैं।" हालांकि उन्होंने अपनी हर एक गलती से सबक लिया और आज वह दुनिया के सबसे कम उम्र के अरबपतियों में से एक हैं। जुकरबर्ग से हम गलतियों को न दोहराने की आदत सीख सकते हैं।

नेल्सन मंडेला से सीखें हार नहीं मानना

साउथ अफ्रीका के पूर्व राष्‍ट्रपति नेल्‍सन मंडेला ने भी अपने जीवन में काफी मुसीबतों का सामना किया, लेकिन उन्‍होंने हिम्‍मत कभी नहीं हारी। उनका कहना था कि “एक बड़े पहाड़ पर चढ़ने के बाद यही पता चलता है कि अभी ऐसे कई पहाड़ चढ़ने के लिए बाकी हैं।”

नेल्सन मंडेला ने दक्षिण अफ्रीका में सदियों से चले आ रहे रंगभेद और नस्लवाद के खिलाफ जीवन भर संघर्ष किया। इसके चलते उन्हें 27 साल जेल में गुजारने पड़े। लेकिन मंडेला ने अपने प्रयासों को नहीं छोड़ा और अंत में जीत हासिल की। यही वजह है कि उन्हें ‘अफ्रीका का गांधी’ कहा जाता है।

स्‍टीव जॉब्‍स से सीखें खुद पर भरोसा करना

किसी भी मंजिल को हासिल करने के लिए खुद पर भरोसा करना जरूरी है। खुद पर कैसे भरोसा किया जाता है, इसे दुनिया के सबसे महंगा स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनी ‘एपल’ के संस्‍थापक स्‍टीव जॉब्‍स से सीखा जा सकता है।

जब शुरुआत में उन्होंने आईफोन का आइडिया लोगों के साथ शेयर किया था तो उनका खूब मजाक उड़ाया गया था। इसके बाद भी स्‍टीव जॉब्‍स अपनी धुन में लगे रहे और उन्‍होंने दुनिया के सामने ऐसी डिवाइस प्रस्‍तुत की, जो आज सबसे महंगे स्‍मार्टफोन की लिस्‍ट में शामिल है।

दुनिया के सफल लोगों की इन 10 आदतों को अपनाकर नए साल की शुरुआत करें। आपको नए साल की बहुत सारी शुभकामनाएं।

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