देवरिया में ॐ लिखा झंडा बांटने पर पुलिस ने आरएसएस कार्यकर्ताओं को पीटा
देवरिया में नववर्ष प्रतिपदा के अवसर पर लोगों के घर ऊं अंकित झंडा दिए जाने पर कोतवाली पुलिस ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यकर्ताओं की पिटाई कर दी।
By Pradeep SrivastavaEdited By: Updated: Tue, 09 Apr 2019 10:05 AM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। देवरिया जनपद के सलेमपुर में नववर्ष प्रतिपदा के अवसर पर लोगों के घर ऊं अंकित झंडा दिए जाने पर कोतवाली पुलिस ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के तीन कार्यकर्ताओं की पिटाई कर दी। इस मामले में कार्यकर्ताओं ने कार्रवाई के लिए एसपी से शिकायत की है। कार्रवाई न होने पर कोतवाली पुलिस के खिलाफ आंदोलन की भी चेतावनी दी है। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि कोतवाल एक विशेष वर्ग के लिए कार्य कर रहे हैं। इसकी शिकायत चुनाव आयोग में भी की जाएगी। कोतवाल सीपी जैलस का कहना है कि किसी को मारापीटा नहीं गया है।
हिंदूवादी संगठनों में उबाल
कोतवाली पुलिस द्वारा कार्यकर्ताओं पर बर्बर पिटाई किये जाने को लेकर सोमवार को मामला तूल पकड़ने लगा है। जिलाधिकारी के आश्वासन के बाद कोतवाल के विरूद्ध कार्रवाई न होने पर कार्यकर्ताओं में उबाल है। कार्यकर्ताओं चेतावनी दी है कि यदि दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन किया जाएगा।
यह है घटनाक्रम
नवरात्र के प्रथम दिन हिंदू नव वर्ष के शुभारंभ पर उत्साहित हिंदू संगठन के कार्यकर्ता प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी हिंदूओं के घर पर ओम अंकित धर्म ध्वज लगा रहे थे। इसी बीच कोतवाली पुलिस की नजर केसरिया झंडे पर पड़ी तो वे आग बबूला हो गए और आरएसएस कार्यकर्ताओं पर लाठी बरसाने लगे। इसमें संतोष कुमार गुप्ता‚ अश्वनी शर्मा और देशराज पांडेय गंभीर रूप से घायल हो गए। तीनों लोगों को पुलिस अस्पताल भेजने के बजाय कोतवाली लेकर चली गई। यह मामला जब जिला प्रचारक तथा सांसद व विधायक के पास पहुंचा तो आधी रात को सभी लोग कोतवाली पहुंचे और वहां कोतवाल के विरूद्ध नारेबाजी की। मामला गंभीर देख भाजपा नेता जयनाथ कुशवाहा ने रात में ही जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक से बात की। जिलाधिकारी ने विभागीय कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। पुलिस अधीक्षक की पहल पर पुलिस ने घायल तीनो कार्यकर्ताओं को छोड़ा। तीनों घायलों का इलाज रात में ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर कराया गया। तीन दिन बीतने के बाद कोतवाल के विरूद्ध कार्रवाई न होने पर आरएसएस कार्यकर्ता पुनः बैठक कर यह निर्णय लिया कि कोतवाल के विरूद्ध दो दिन के अंदर कार्ररवाई नहीं होती है तो हम आंदोलन की रणनीति तय करेंगे।
कोतवाल ने कहा, झंडा लगाना गलत
कोतवाल सीपी जैसल का कहना है कि आरएसएस अपना झंडा लगाएगा तो अन्य धर्म के लोग भी अपने धर्म का झंडा लगाने लगेंगे। मैं किसको मना करूंगा। झंडा लगाना गलत है। आरएसएस भाजपा से ही संबंधित है, इसलिए आरएसएस का झंडा लगाना आचार संहिता का उलंघन है।
हिंदूवादी संगठनों में उबाल
कोतवाली पुलिस द्वारा कार्यकर्ताओं पर बर्बर पिटाई किये जाने को लेकर सोमवार को मामला तूल पकड़ने लगा है। जिलाधिकारी के आश्वासन के बाद कोतवाल के विरूद्ध कार्रवाई न होने पर कार्यकर्ताओं में उबाल है। कार्यकर्ताओं चेतावनी दी है कि यदि दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन किया जाएगा।
यह है घटनाक्रम
नवरात्र के प्रथम दिन हिंदू नव वर्ष के शुभारंभ पर उत्साहित हिंदू संगठन के कार्यकर्ता प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी हिंदूओं के घर पर ओम अंकित धर्म ध्वज लगा रहे थे। इसी बीच कोतवाली पुलिस की नजर केसरिया झंडे पर पड़ी तो वे आग बबूला हो गए और आरएसएस कार्यकर्ताओं पर लाठी बरसाने लगे। इसमें संतोष कुमार गुप्ता‚ अश्वनी शर्मा और देशराज पांडेय गंभीर रूप से घायल हो गए। तीनों लोगों को पुलिस अस्पताल भेजने के बजाय कोतवाली लेकर चली गई। यह मामला जब जिला प्रचारक तथा सांसद व विधायक के पास पहुंचा तो आधी रात को सभी लोग कोतवाली पहुंचे और वहां कोतवाल के विरूद्ध नारेबाजी की। मामला गंभीर देख भाजपा नेता जयनाथ कुशवाहा ने रात में ही जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक से बात की। जिलाधिकारी ने विभागीय कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। पुलिस अधीक्षक की पहल पर पुलिस ने घायल तीनो कार्यकर्ताओं को छोड़ा। तीनों घायलों का इलाज रात में ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर कराया गया। तीन दिन बीतने के बाद कोतवाल के विरूद्ध कार्रवाई न होने पर आरएसएस कार्यकर्ता पुनः बैठक कर यह निर्णय लिया कि कोतवाल के विरूद्ध दो दिन के अंदर कार्ररवाई नहीं होती है तो हम आंदोलन की रणनीति तय करेंगे।
कोतवाल ने कहा, झंडा लगाना गलत
कोतवाल सीपी जैसल का कहना है कि आरएसएस अपना झंडा लगाएगा तो अन्य धर्म के लोग भी अपने धर्म का झंडा लगाने लगेंगे। मैं किसको मना करूंगा। झंडा लगाना गलत है। आरएसएस भाजपा से ही संबंधित है, इसलिए आरएसएस का झंडा लगाना आचार संहिता का उलंघन है।
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