भिम शमशेर जङ्गबहादुर राणा
भिम शमशेर जङ्गबहादुर राणा | |
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नेपाल का १४ वाँ प्रधानमन्त्री
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कार्यकाल वि.सं. १९८६ मंसिर १२ – वि.सं. १९८९ भाद्र १७ | |
अग्रज : | चन्द्र शमशेर |
उतराधिकारी : | जुद्ध शमशेर |
आफ्नोइ जानकारी | |
जनम | वि.सं. १९२२ बैशाख ०५ |
मर्या | वि.सं. १९८९ भाद्र १७ |
भिम शमशेर जङ्गबहादुर राणा (वि.सं १९२२ बैशाख ०५-वि.सं १९८९ भाद्र १७) राणा शासन का छयाउँ श्री ३ महाराज तथा नेपाल का १४ वाँ प्रधानमन्त्रि हुन्।
लाइब्रेरी पर्व
[सम्पादन • स्रोत सम्पादन]लाइब्रेरी पर्व ले भीमशमशेर कि अनुदार छवि प्रस्तुत अरन्छ। खास गरिबरे उन ले सार्वजनिक सूचना जारि गरिबरे जनहित कि न्युति सुझाव माग्द्या बेला लक्ष्मीप्रसाद देबकोटा रे ४० जना ले नेपाल माइ सार्वजनिक पुस्तकालय खोल्ल पाउन पड्ड्या माग राख्यो। तै पाछा सार्वजनिक पुस्तकालय खोल्लौ भण्ण्या लाइ उन ले जेल हाल्या: हनाले उन इतिहास माइ बदनाम छन्।
प्रचण्ड गोरखापर्व
[सम्पादन • स्रोत सम्पादन]भीमशमशेर का प्रधानमन्त्रीकाल का दोसरा वर्ष माइ राणा शासन का विरुद्ध ठुलो षड्यन्त्र भयो, जै लाइ प्रचण्ड गोरखापर्व भँणिन्छ। प्रचण्ड गोरखा को उद्देश्य नेपाल बाटि राणाशासन खत्तम गद्द्या थ्यो। श्री ५ राजेन्द्र का वंश का लक्ष्मण राजा ले येइ षड्यन्त्र को पोल भीमशमशेर लाइ खोलिदिया: पछा येइ माइ सहभागि खण्डमान सिंह बस्न्यात, मैनाबहादुर लगायत सप्पै गिरफ्तार भया।
सन्दर्भ सामग्रीअन
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