सामग्री पर जाएँ

अंग्रेजी और विदेशी भाषाओ का केन्द्रीय संस्थान

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
अंग्रेजी और विदेशी भाषाओ का केन्द्रीय संस्थान English and Foreign Languages University

स्थापित1972
प्रकार:सार्वजनिक
अवस्थिति:
परिसर:शहरी
सम्बन्धन:यूजीसी
जालपृष्ठ:Official site

अंग्रेजी और विदेशी भाषा विश्वविद्यालय (EFLU) (जिसे पहले CIEFL के नाम से जाना जाता था) भारत में स्थित एक केन्द्रीय विश्वविद्यालय है। यह उच्चतर शिक्षा के लिए राष्ट्रीय स्तर का विश्वविद्यालय है। इसका मुख्य परिसर में हैदराबाद में स्थित है। हालांकि लखनऊ और शिलौंग में भी इसके परिसर हैं।

ईएफएलयू (EFLU) में अंग्रेजी और विदेशी भाषाओं के साथ उनके साहित्य के बारे में भी पढ़ाया जाता है। साथ ही ये इन भाषाओं से जुड़े अनुसंधान (रिसर्च), शिक्षकों के प्रशिक्षण, प्रशिक्षण सामग्री को मुहैया कराने का भी काम करता है, एक तरह से कहा जाए तो ईएफएलयू सेवाओं का शिक्षा विस्तार है जिसका मुख्य उदेश्य भारत में अंग्रेजी और विदेशी भाषाओं की पढ़ाई के स्तर को सुधारना है। ये देश का अकेला ऐसा शिक्षण संस्थान है जो पूरी तरह से अंग्रेजी और विदेशी भाषाओं की पढ़ाई को लेकर प्रतिबद्ध है।

ईन वर्षोमें ईएफएलयु (EFLU) ने विभिन्न विदेशी भाषाओं की पढाई शरू की है जिनकी काफी माग थी। यहां अंग्रेजी, अरबी, फ्रेंच, जर्मन, जापानी, रशियन, स्पैनिश, पोर्टेगीज, पर्सियन, तुर्की, इटालियन, चीनी, कोरियन और हिंदी जैसी भाषाओं की पढ़ाई होती है।

ईएफएलयु (EFLU) एम.ए. (M.A) के साथ उस विषय में एक सांस्कृतिक अध्ययन पाठ्यक्रम शुरू करने वाला देश का पहला शिक्षण संस्थान भी है। ईएफएलयु (EFLU) समाजशास्त्र, फिल्म स्टूडियो, मानवशास्त्र, इतिहास और साहित्य जैसे क्षेत्र, जहां ईन शिक्षा शाखाओं को पृथक करना कठिन हो जाता है, एसे क्षत्रोमें एम.फिल. (M.Phil) और पीएच.डी. (Ph.D.) भी कराता है। 2006 में भारतीय संसद ने इसे केन्द्रीय युनिर्वसिटी का दर्जा दे दिया। [1] 3 अगस्त 2007 को इसका दुबारा नामकरण किया गया और इसे इंग्लिश एंड फॉरेन लैंग्वेज विश्वविद्यालय (ईएफएलयू) (EFLU) नाम दिया गया। दिल्ली विश्वविद्यालय के स्लाविक स्टडी डिपार्टमेंट के अभय मौर्य इसके पहले वाइस चांसलर बनें। [2]

तीन परिसर

[संपादित करें]

देश भर में ईएफएलयू (EFLU) के तीन परिसर हैं।

हैदराबाद परिसर

[संपादित करें]

हैदराबाद परिसर ईएफएलयू (EFLU) का सबसे पुराना और मुख्य परिसर है। 1958 में भारत सरकार ने सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ इंग्लिश के रूप में इसकी स्थापना की थी। 1972 में इसका दायरा विस्तृत हुआ और यहां फ्रेंच, जर्मन और रसियन जैसी मुख्य विदेशी भाषाएं पढ़ाई जाने लगी। परिणामस्वरूप इसका नाम बदला और इसे सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ इंग्लिश एंड फॉरेन लैंग्वेज के नाम से जाने जाना लगा। 2006 में केन्द्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा मिलने के बाद इसे इंग्लिश एंड फॉरेन लैंग्वेजेज विश्वविद्यालय कहा जाने लगा।

ये आंध्र प्रदेश की राजधानी हैदराबाद में स्थित उस्मानिया विश्वविद्यालय के पास 15 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला हुआ है। यहां इसका प्रशासनिक विभाग, शैक्षणिक विभाग, पुस्तकालय, लड़के और लड़कियों के लिए छात्रालय, आरोग्य केन्द्र, कर्मचारी आवास है। इसके शैक्षणिक कार्यक्रम को छह स्कूलों में संगठित किया गया है।

  • स्कूल ऑफ डिस्टेन्स एज्युकेशन
  • स्कूल ऑफ इंग्लिश लैंग्वेज एजयुकेशन
  • स्कूल ऑफ फॉरेन लैंग्वेजेज
  • स्कूल ऑफ लैंग्वेज साइंसेज
  • स्कूल ऑफ क्रिटीकल हयूमेनिटीज
  • स्कूल ऑफ कम्यूनिकेशन्स

यह परिसर भाषाशास्त्र, ईएलटी (ELT), साहित्य, सांस्कृतिक अभ्यास, प्रत्यायन अभ्यास, यूरोपियन अभ्यास और भाषा अभ्यास में बी.ए. (B.A.), एम.ए. (M.A.), एम.फिल. (M.Phil.) और पीएच.डी. (Ph.D) कराता है।

लखनऊ परिसर

[संपादित करें]

ईएफएलयू (EFLU) का लखनऊ परिसर 1979 में शुरू हुआ, जिसका काम जम्मू और कश्मीर, पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार के विश्वविद्यालय और कॉलेजों के शिक्षकों को अग्रेजी की तालीम देना था। अपनी स्थापना से ही ये परिसर विश्वविद्यालय और कॉलेजों के शिक्षकों के लिए पूरी सक्रियता से नए-नए अभ्यासक्रम चला रहा है। साथ ही ये अभ्यासुओ के लिए बड़े पैमाने पर प्रवीणता कोर्स भी चला रहा है। इतना ही नहीं ये टीचिंग ऑफ इंग्लिश में पोस्ट ग्रैजुएट प्रमाणपत्र की इच्छा रखनेवाले शिक्षकों के लिए भी कार्यक्रम चलाता है। 1989 में इसने अंग्रेजीमें अनुस्नातक डिप्लोमा की शरूआत की।

इसके अलावा यहां के विद्याशाखा सभ्य दूसरे कई तरह की शिक्षा विस्तार की सेवाओं से जुड़े हुए हैं।

लखनऊ परिसर नियमितरूप से दो साल का एम.ए. (M.A.)(अंग्रेजी) कार्यक्रम चलाता है। लखनऊ केन्द्र बी.ए. इंग्लिश (आनर्स) के साथ बी.ए. (B.A) और एम.ए. (M.A) का एकिकृत अभ्यासक्रम भी चलाता है। लखनऊ परिसर में बी.ए. (B.A.) के लिए कुल तीस सीटे हैं (जिनमे आरक्षित सीटें भी शामिल हैं)। इसके अभ्यासक्रम अंग्रेजी के अलावा आधुनिक विश्व साहित्य, महत्त्वपूर्ण सिद्धांत, अनुवाद अभ्यास, अंग्रेजी भाषा तालीम (ELT) और भाषाशास्त्र की दुसरी शाखाओ पर कन्द्रीत रहते हैं। ये भाषाशास्त्र और उच्चारशास्त्र (फोनेटिक्स) में एम.फिल. (M. Phil) और पीएच.डी. (Ph.D.) भी कराता है।

शिलांग परिसर

[संपादित करें]

ईएफएलयू (EFLU) के उत्तर-पूव्रीय परिसर शिलौंग की स्थापना नवंबर 1973 में वहां की जरुरतों को देखते हुए की गई थी। उत्तर-पूर्वीय प्रांतमे अंग्रेजी और दूसरीं विदेशी भाषाओ की पढ़ाई के स्तर में सुधार लाने के लिए केंद्र ने यहां तालीम और प्रशिक्षण कार्यक्रम, कार्यशाळा, परिसंवाद, जूथ चर्चा और व्याख्यान शुरू किया। इस केन्द्र ने तीन हजार से भी ज्यादा लोगों को अंग्रेजी भाषा और विदेशी भाषाओं की तालीम दी है।

यहां अंग्रेजी, फ्रेंच और जर्मन के साथ टीचिंग ऑफ इंग्लिश में पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा (पी.जी.डी.टी.ई)(P.G.D.T.E.) कराया जाता है। इसके अलावा समूह प्रत्यायन और पत्रकारिता में एम.ए. (M.A.) कराया जाता है। अंग्रेजी में एम.ए.(M.A.), एम.फिल (M.Phil) और पीएच.डी (Ph.D) की सुविधा भी यहां है।

इन्हें भी देखें

[संपादित करें]

बाहरी कड़ियाँ

[संपादित करें]

साँचा:IndianCentralUniv