नेहरु स्मारक संग्रहालय एवं पुस्तकालय
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नेहरु स्मारक संग्रहालय एवं पुस्तकालय (Nehru Memorial Museum & Library (NMML)) नयी दिल्ली स्थित एक संग्रहालय एवं पुस्तकालय है। इसका लक्ष्य भारत के स्वतंत्रता संग्राम संजोना तथा उसका पुनर्निर्माण अकरना है। यह तीन मूर्ति भवन के प्रांगण में स्थित है। इसकी स्थापना १९६४ में जवाहरलाल नेहरू के देहान्त के उपरान्त किया गया। यह भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के अन्तर्गत एक स्वायत्त संस्था है।
मूलतः यह भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु का सरकारी आवास था। इसके चार स्कन्ध हैं- स्मारक संग्रहालय, आधुनिक भारत से संबंधित पुस्तकालय, समसामयिक अध्ययन केन्द्र और नेहरु तारामण्डल।
उद्देश्य
[संपादित करें]इसके उद्देश्य निम्नलिखित हैं-[1]
- जवाहरलाल नेहरु का वैयक्तिक संग्रहालय स्थापित करना जिसमें उनसे जुड़े स्मृतिचिन्ह व उनके जीवन और भारत की आज़ादी के आंदोलन से जुड़ी वस्तुएं आदि प्रदर्शित हों।
- जवाहरलाल नेहरु और उनके जीवन और कार्यों से संबंधित कागज़ातों तथा अन्य ऐतिहासिक दस्तावेजों को अर्जित कर संरक्षित व परिरक्षित करना।
- जवाहरलाल नेहरु के परिवार, निकट मित्र, सहकर्मी, सहयोगी तथा उनके अधीनस्थ सेवारत्त अधिकारियों के कागज़ातों सहित उन संगठनों, संस्थाओं तथा समितियों का रिकार्ड आदि अर्जित कर संरक्षित करना जिनसे वे गहरे रूप में जुडे़ हुए थे।
- आधुनिक भारत के राष्ट्रवादी नेताओं और प्रतिष्ठित भारतीयों जिन्होंने किसी भी क्षेत्र में अपनी छाप छोड़ी है, के कागज़ातों को अर्जित कर, परिरक्षित और संरक्षित करना।
- भारत और विदेश में संग्रहालय के वस्तुओं की विभिन्न स्थानों में प्रदर्शनी की व्यवस्था करना।
- भारत और विदेश के उन संस्थानों से सहयोग करना जो भारत और विदेश में सोसाइटी के उद्देश्यों को प्रोत्साहित करने जैसे समान कार्यों में जुटे हुए हैं।
- भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के विशेष संदर्भ में आधुनिक भारत के इतिहास से संबंधित सामग्री जैसे पुस्तकें, पैम्फ्लेट, समाचार पत्र, पत्रिकाएं, माइक्रोफिल्म, फोटोग्राफ, चलचित्र, श्रव्य रिकॉर्डिंग्स आदि का पुस्तकालय स्थापित करना व उसका रख-रखाव करना।
- गंभीर अध्ययन और अनुसंधान कार्यों के लिए जनता को उचित जगह पर अध्ययन सामग्री और पुस्तकालय संसाधनों का उपलब्ध कराना।
- आधुनिक भारत के इतिहास के क्षेत्र में विशेष रूप से भारतीय राष्ट्रीयता और जवाहरलाल नेहरु के जीवन व कार्यों से संबंधित अनुसंधान कार्यों को आयोजित करना, प्रतिपादित करना तथा प्रोत्साहित करना।
- आधुनिक भारतीय इतिहास के अध्ययन को प्रोत्साहित व प्रसारित करने के उद्देश्य से व्याख्यानों, संगोष्ठियों, परिसंवादों, सम्मेलनों व प्रदर्शनियों आदि का आयोजन करना।
- संग्रहालय एवं पुस्तकालय में किए गए शोध व अध्ययन के परिणामों को पुस्तकों, मोनोग्राफ, पत्रिकाओं व पत्रों आदि के प्रकाशन द्वारा प्रोत्साहित करना।
- विनिमय संपर्क कार्यक्रमों के द्वारा तथा शोध कार्यों के व्यक्तिगत आदान-प्रदान द्वारा भारत तथा अन्य देशों में अकाद्मिक संबंधों को पोषित करना।
- संस्था के नियमों और उपनियमों के अनुसार अध्येतावृत्तियां, फ़ेलोशिप तथा वित्तीय सहायता प्रदान करना।
- उपरोक्त वर्णित सभी कार्यों/उद्देश्यों में से किसी भी एक अथवा सब की पूर्ति के लिए जरूरी समझे जाने वाले कदम उठाना।
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "नेहरु स्मारक संग्रहालय एवं पुस्तकालय के उद्देश्य". मूल से 15 जुलाई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 जुलाई 2015.
बाहरी कड़ियाँ
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