पोम्पोनियस मेला
पोम्पोनियस मेला एक प्रमुख रोमन भूगोलवेत्ता था।
प्रमुख रचनाएं
[संपादित करें]कॉस्मोग्राफी - दो खंडो में लैटिन भाषा मे प्रकाशित हुई। प्रथम खंड - "कॉस्मोग्राफी" में विश्व या ब्रह्मांड का संक्षिप्त वर्णन किया गया है [[द्वितीय खंड - "डी-कॉस्मोग्राफिया" जिसमे पृथ्वी को पच बड़े क्षेत्रों में विभाजित बतला कर उत्तरी शीतोष्ण का भौगोलिक वर्णन किया गया है ]]
यह दक्षिणी स्पेन के निवासी थे , इन्होंने लैटिन भाषा मे भौगोलिक ज्ञान को दो खण्डों में प्रकाशित किया अन्य भूगोलवेतत्ताओं के अनुसार इन्होंने भी पृथ्वी की स्थिति ब्रम्हाण्ड के मध्य मानी है, दूसरे खण्ड 'डि कोरोग्राफियो' में मेला ने पृथ्वी को पाँच छेत्रो में विभाजित किया है और इसमें उत्तरी शीतोष्ण क्षेत्र का विस्तृत वर्णन प्रस्तुत किया है। इस पुस्तक का प्रकाशन 44 ई.में हुआ था । इसमे अतरिक्त उसके द्वारा अफ्रीका के समुद्रतट, यूरोप तथा भूमध्य सागरीय तटीय प्रदेशो का भ्रमण भी किया गया जिनका वर्णन इन पुस्तक में उपलब्ध हैं।
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