बालि यात्रा
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बालियात्रा (ओडिया: ବୋଇତ ବନ୍ଦାଣ/बोइत बन्दाण) ओडिशा में मनाया जाने वाला एक प्रमुख उत्सव है। यह उत्सव कटक नगर में महानदी के किनारे गडगडिया घाट पर मनाया जाता है। यह उत्सव उस दिन की स्मृति में मनाया जाता है जब प्राचीन काल में ओडिशा के नाविक बाली, जावा, सुमात्रा, बोर्नियो और श्री लंका आदि सुदूर प्रदेशों की यात्रा के लिए प्रस्थान करते थे। 'बालियात्रा' का शाब्दिक अर्थ है 'बालि की यात्रा'। इन यात्राओं का उद्देश्य व्यापार तथा सांस्कृतिक प्रसार होता था। जिन नावों से वे यात्रा करते थे वे आकार में विशाल होतीं थी और उन्हें 'बोइत' कहते थे।
यह यात्रा कार्तिक पूर्णिमा से शुरू होती है। बालियात्रा उत्कल के नौवाणिज्य का स्वर्णिम स्मारक है।
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