साशिमी
साशिमी (जापानी: 刺身, साशीमी), एक जापानी व्यंजन है, जिसमें ताजी कच्ची मछली या मांस को पतले कतलों या टुकड़ों में काटा जाता है और अक्सर सोया सॉस के साथ खाया जाता है।[1] जापानी भाषा में सशिमी शब्द का अर्थ है "बिंधा हुआ शरीर", अर्थात "刺身" = सशिमी, जहां = साशि (बिंधा या छेदा, अटका हुआ) और = मी (शरीर, मांस)। यह शब्द मुरोमाची काल से है और संभवत: तब गढ़ा गया था जब शब्द "切る" = किरू (काटना), का प्रयोग समुराई के अलावा किसी अन्य द्वारा उपयोग किए जाने को बहुत अशुभ माना जाता था। साशिमी शब्द का उद्गम उस पाक प्रथा से भी जोड़ा जा सकता है जिसके अंतर्गत खाई जाने वाली मछली की पहचान के लिए उसके मीन पंख और पूँछ को कटे हुए टुकड़ों के साथ जोड़ा जाता है।
परोसने का ढंग
[संपादित करें]औपचारिक जापानी भोजन में साशिमी को अक्सर सबसे पहले परोसा जाता है, लेकिन कई बार यह मुख्य भोजन भी हो सकता है, जहाँ इसे अलग-अलग कटोरे में चावल और मिसो सूप के साथ प्रस्तुत किया जाता है। जापानी रसोइये जापानी औपचारिक भोजन में साशिमी को बेहतरीन व्यंजन मानते हैं और अनुशंसा करते हैं कि इसे सबसे पहले खाया जाना चाहिए अन्यथा अन्य तीव्र स्वाद आपके तालू को प्रभावित कर सकते हैं।
साशिमी की तैयारी में कटे हुए समुद्री भोजन जो कि व्यंजन का मुख्य हिस्सा होता है को सजावट के ऊपर लपेटा जाता है। सजावट में मुख्य रूप से लम्बे लच्छों में कटी एशियाई सफेद मूली और डाइकॉन, होती हैं या फिर शिसो (पेरिला) नामक बूटी की सिर्फ एक पत्ती में लपेटा जाता है।
लोकप्रिय रूप से मछली से बनी सशिमी को सोया सॉस और मसालों जैसे कि वसाबी, कसे हुए ताजा अदरक और कसे हुए ताजा लहसुन के साथ और मांस से बनी साशिमी को पोंज़ू के साथ परोसा जाता है।
दीर्घा
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फुग्गा मीन से बनी फुगु साशिमी
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साशिमी के लिए खास चाकू
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गौमांस साशिमी
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गौ का कलेजा
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बकरी के मांस की साशिमी
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सफेद मुर्ग मांस साशिमी
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शार्क (हांगुर) से बनी साशिमी
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महीन कटे "मिमिगा" (निकट) और "चिरागा" (दूर).
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सूंस (डॉल्फिन) साशिमी
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बासाशी अश्वमांस साशिमी
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ताताकी
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "sashimi Meaning in the Cambridge English Dictionary". dictionary.cambridge.org. मूल से 20 August 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 20 August 2018.