मच्छी संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ मत्स्य, हिं॰ मच्छ + ई (प्रत्य॰)] दे॰ 'मछली' । यौ॰—मच्छीगिर=मैनाक पर्वत । उ॰—जब सु राम चढि लंक तब सु मच्छी गिर तारिय ।—पृ॰ रा॰, २ । २७३ । मच्छी- भवन=मछली पालने का हौज वा नाँद । मच्छीमार ।