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जोधपुर पुलिस बनी प्रॉपर्टी डीलर,तस्कर को पकड़ा:जमीन खरीदने का नाटक किया; बदमाश के नाम पर चलाया ऑपरेशन 'मद-गवैया'
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जोधपुर रेंज की स्पेशल साइक्लोनर टीम ने NDPS एक्ट के मामले में फरार चल रहे तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। ये टीम प्रॉपर्टी डीलर बनकर तस्करों तक पहुंची।
तस्कर भणियाणा (जैसलमेर) में एक फॉर्म हाउस में पार्टी कर रहे थे। टीम दीवार फांदकर अंदर गई और तीनों को पकड़ा। तीनों में से एक तस्कर भणियाणा में उप प्रधान का जेठ है। सामने आया है कि राजनीतिक रसूख दिखाकर मादक पदार्थ की तस्करी करते थे।
तस्करों ने निंबाहेड़ा (चित्तौड़गढ़) को अपना ठिकाना बना रखा था और यहां से पूरे प्रदेश में नशा सप्लाई करते थे। तीनों को पकड़ने के लिए साइक्लोनर टीम करीब 15 दिन तक जमीन खरीददार बनकर रैकी कर रही थी।
पहले रसोईये को पकड़ा, फिर तस्करों तक पहुंची टीम
रेंज IG विकास कुमार ने बताया- तीनों को ऑपरेशन 'मद गवैया' के तहत पकड़ा गया। जिसमें जस्साराम उर्फ जसिया (30), बाबूराम और चेतन राम है। 2024 में जैसलमेर जिले की भणियाणा थाना पुलिस ने अफीम बरामद किया था, जिसमें आरोपी बाबूराम और उसका सहयोगी चेतनराम फरार चल रहा था। मामले में मुख्य सरगना जसाराम खुद था जो मादक पदार्थों की सप्लाई किया करता था।
नशा सप्लाई करने के बाद गोवा पार्टी करने जाता था
मामले में मुख्य आरोपी जस्साराम है जो पिछले 6 साल से फरार था। इसके खिलाफ पाली, चितौड़, बाड़मेर तीन जिलों में NDPS एक्ट में मामले दर्ज है। पाली पुलिस ने इस पर 25 हजार का इनाम घोषित किया था। बता दे कि जस्साराम हर महीने में दो बड़ी खेप मादक पदार्थों की पश्चिम राजस्थान में सप्लाई करता था। सप्लाई पूरी करने के बाद अपने साथियों के साथ गोवा में जाकर पार्टियों किया करता था। आरोपी से पूछताछ में कई मादक पदार्थ नेटवर्क तस्करी के बड़े खुलासे भी होने की उम्मीद है।
टीम ने जमीन खरीदने के बहाने रैकी की
साइक्लोनर टीम करीब 15 दिन से भणियाणा और आस-पास की जगह पर जमीन खरीदने के बहाने रैकी कर रही थी। इस दौरान सूचना मिली कि आरोपी भणियाणा के एक फार्म हाउस में पार्टी करते हैं। टीम ने फार्म हाउस में आने-जाने वाले लोगों पर निगाह रखी। फार्म हाउस में गुरुवार को रसोई का काम करने वाला रसोईया आरोपियों की शराब पार्टी के लिए चखने का सामान लेने के लिए बाहर आया था।
टीम ने उसे पकड़कर पूछताछ की, जिसमें पता चला कि मादक पदार्थ तस्करी का आरोपी जस्साराम रुका हुआ है। इस पर टीम गुरुवार रात दीवार फांदकर फार्म हाउस पर पहुंची। इस दौरान तीनों आरोपी शराब पार्टी कर रहे थे। टीम ने घेराबंदी कर तीनों को पकड़ लिया।
निंबाहेड़ा में बना रखा था ठिकाना आरोपियों ने चितौड़गढ़ के निंबाहेड़ा को अपना ठिकाना बना रखा था। यहां से पूरे प्रदेश में नशा सप्लाई करता था। जस्साराम 11वीं में फेल हो गया था। इसके बाद प्राइवेट 12वीं पास की। पहले फॉर्म हाउस में काम करता था। इसके बाद सेकंड हैंड गाड़ियां बेचने लगा। इस दौरान खरताराम से संपर्क हो गया और उसके साथ मिलकर नशा सप्लाई करने लगा। एक ऑपरेशन के दौरान पुलिस से बचने के लिए खरताराम ने खुद को गोली मार दी थी। इसमें बाद खुद अपनी गैंग बनाकर नशा सप्लाई करने लगा।
पश्चिमी राजस्थान का किंगपीन बना मुख्य आरोपी मुख्य आरोपी जसराम पहले बाइक की पेट्रोल टंकी में अवैध मादक पदार्थ डालकर चित्तौड़गढ़ से अलग-अलग जिलों में मादक पदार्थ की सप्लाई करता था। इसके बाद सने जीपों और ट्रकों में नशे की तस्करी करना शुरू किया। और धीरे-धीरे पश्चिमी राजस्थान का किंगपीन बन गया।
बाबूराम के छोटे भाई की पत्नी भणियाणा में उप प्रधान
जस्साराम के साथ ही पुलिस ने बाबूराम चेतनराम को भी गिरफ्तार किया है। बाबूराम भणियाणा में 11 किलो अफीम पकड़े जाने के मामले में फरार था। इसके छोटे भाई की पत्नी भणियाणा में उप प्रधान है। इसके चलते राजनीतिक रसूख दिखाकर मादक पदार्थ की तस्करी करता था।
लोगों को अपना नाम भी बाबूराम प्रधान बताता था। साल 2022 में बीकानेर की नाल थाने में अफीम तस्करी के मामले में बाबूराम पकड़ा गया था, जिसमें उसे जेल हुई थी। इसके बाद जमानत पर बाहर आकर वापस तस्करी करने लगा था।
ऑपरेशन का नाम रखा 'मद गवैया' रेंज IG विकास कुमार ऑपरेशन का नाम 'मद गवैया' रखा गया। इसका कारण था कि मद यानी मादक पदार्थ। आरोपी मादक पदार्थ की तस्करी करते थे। गवैया का नाम पंडित जसराज से लिया गया क्योंकि आरोपी का नाम जस्साराम था। पंडित जसराज जो खुद गायक थे। इसलिए इसका नाम मदगवैया रखा गया। टीम अब तक 62 ऑपरेशन कर 64 आरोपियों को पकड़ा चुकी है।