Sandhaya Vandana
Sandhaya Vandana
Sandhaya Vandana
॥ श्री गरु
ु भ्यो नमः । हरिः ॐ ॥
Introduction
============
in
he
extreme and
stages
like ethical, intellectual, emotional, filial,
occupational,
enormous
difficulties,
level
noblest
direction
Universal
should turn
himself and
faculties. SandhyA
vandana, worship of Gods three times a day at the
junctures
blessings
Brahmanas
=========
scriptures
trikAla
a Brahmana
also. TrikAla
three times
a day, i.e., during sun rise, noon and sun-set. It is
called
at the
afternoon, and
performed
when the sun is about to rise and the stars are still
aglitter
during
performed just
as highly
Preparation
===========
The basic preparation is to cleanse the body
externally.
shalya.
the other for Arghya) and ladle (spoon) and the third
हरिः ॐ ॥
(shrIvatsAya namaH).
nAma.
mudra.
and nAma.
अपवित्रः पवित्रो वा सर्वावस्थां गतोऽपि वा ।
यः स्मरे त्पण्
ु डरीकाक्षं सबाह्याभ्यन्तरः शुचिः ॥
Water')
ॐ श्री मधस
ु द
ू नाय नमः ।
God)
Head is
thumb fingers)
(touch the left side of the nose with index and thumb
प्रचोदयात ् । ॐ आपोज्योतीरसोऽमत
ृ ं ब्रह्म भुर्भुवःस्वरोम ् ॥
fingers
liberation.
prachodayAt
= initiates, tasya = of this paramathmA, savituH =
cause of
prayed by
pray
for Him.
has got
amR^itaM = does
characters,
happy,
whom I am praying.)
(Hold right palm over the left palm and keep them on
अमक
ु तिथौ अमक
ु वासरे अमक
ु नक्षत्रे शभ
ु योग
शभ
ु करण एवङ्गण
ु विशेषण विशिष्टायां शभ
ु तिथौ
प्रातः सन्ध्यामप
ु ाशिष्ये ।
(For any prayer or performance of any sacred work
rituals.
future.)
ॐ आपोहिष्ठा मयो भव
ु ः । ता न ऊर्जे दधातन ।
portion)
ॐ ॥ सूर्यश्चमामन्युश्चमन्युपतयश्च मन्युकृतेभ्यः ।
इदमहं माममत
ृ योनौ सर्ये
ू ज्योतिषि जह
ु ोमि स्वाहा ॥ ........ (5.2)
(The verse which has started with sUryascha, Narayana
᳚Hey, paramAtmA, You are the one who controls the Sun
who is very bright, You are the one who controls Sri
repeated )
ॐ शं नो दे वीरभीष्टये आपो भवन्तु पीतये ।
आपः पण
ृ ीत भेषजं वरूथं तन्वे३मम ।
ज्योक्चसर्यं
ू दृशे ॥ ........ (6.6)
यद्वाहमबिदद्र
ु ोह यद्वाश्शेप उतानत
ृ म् ॥ ........ (6.7)
ससष
ृ ीस्तदपसो दिवानक्तञ्च ससष
ृ ीः ।
वरे ण्यक्रतूरहमा दे वी रवसे हुवे ॥ ........ (6.9)
para (4).
(6.3)
(6.4)
(6.5)
medicine
(6.6)
आचमन - (1
भाववत्त
ृ ो दे वता । अनुष्टुप ् छन्दः । पापपुरुष विसर्जने
विनियोगः ॥ ........... (7.1)
पथि
ृ वींचान्तरिक्षमथो स्वः ॥ ............ (7.2)
nose and exhale the air from the left side of the
प्राणायामः (2)
सङ्कल्प
सवितन
ृ ामक श्री लक्ष्मीनारायण प्रेरणया श्री लक्ष्मीनारायण
(8.3)
height.
been kept:
स्वः / वं भूः
/ हॄं
ऽऽऽऽऽऽऽऽऽऽऽ
भुवः
even if they die one day they should be born the next
of 8th chapter.
If the prescribed time for performing SandhyA has
compensation.)
ॐ आपोज्योतीरसोऽमत
ृ ं ब्रह्म भुर्भुवःस्वरोम ् ॥ ....... (8.7)
(For pratichakShva verse VashiShta is R^ishI, Moon
out AsurAs see that the later will not spoil the
भूर्भुवःस्वरोम ् ॥ (इत्यर्घ्यं)
दामोदरं तर्पयामि ।
मूर्ध्ना ॥
अनष्ट
ु ु प ् छन्दः भत
ू ोच्चाटने विनियोगः ॥ .......... (9.1)
अपक्रामन्तु ये भत
ू ाः क्रूराश्चैव तु राक्षसाः ।
devatA.
posted later) )
आसनशद्धि
ु ः .............................. (10)
मातेदं ब्रह्म जष
ु स्वमे । यदह्नात्कुरुतेपापं तदह्नात्प्रतिमच्
ु च्यते ।
यद्रात्रियात्कुरुतेपापं तद्रात्रियात्प्रतिमुच्च्यते ।
सर्ववर्णे महादे वि सन्ध्याविद्ये सरस्वति ॥ ........... (10.5)
(10.6)
पथि
ृ वी योनिः प्राणापान व्यानोदान समान सप्राणारक्तवर्णा ।
and make two small pieces. Throw the one on the left
hand, on the left side and keep the other under the
seat.
MantraH.
Prayer to Prithvi i.e. earth. All regions of Loka are
Saraswathi
the powers, You have the vision, for devatAs You are
प्राणायामः - (2)
ॐ प्रणवस्य ॥। अमत
ृ ं ब्रह्म भर्भु
ू वस्वरोम ् ॥
respective organs)
ॐ प्रचोदयात ् करतलकरपष्ठ
ृ ाभ्यां नमः । (front
head)
ध्यायेत्सदा सवितम
ृ ण्डलमध्यवर्ती नारायणः सरसिजासनीविष्टः ।
धत
ृ शङ्खचक्रः ॥
capabilities.
Gayatri Japa :
mind.
sitting.
4. While counting the beads, cover the right hand
गायत्री मन्त्रः :
जपेत ्।ः)
ध्यानं च कृत्वा
भगवान ् सवितन
ृ ामक श्री लक्ष्मी नारायणप्रेरणया सवितन
ृ ामक
सम्पर्ण
ू ः । श्री कृष्णार्पणमस्तु ॥ .............. (11.6)
प्राणयामः - (2)
॥ ॐ ॐ नमो नारायणाय ॐ ॥
(It is also believed that one should recite nArAyaNa
भगवान ् सवितन
ृ ामक श्री लक्ष्मी नारायणप्रेरणया सवितन
ृ ामक
अष्टाक्षरमन्त्रं सम्पर्ण
ू म ् । श्री कृष्णार्पणमस्तु ॥ ..... (11.8)
ॐ तच्चङ्योरावण
ृ ीमहे गातुं यग्ज्ञाय गातुं यग्ज्ञपतये ।
दे वीःस्वस्तिरस्तुनः । स्वस्तिर्मानुष्येभ्यः ।
नमो वाचे नमो वाचस्पतये नमो विष्णवे महते करोमि ॥ ..... (12.3)
Dhanvanthri
medicines
which can cure my existing diseases and also bless me
diseases also.
to You)
(13.1)
᳚
( Hey,devatAs I am bowing to You, who always create
omnipresent. )
have got complete knowledge, You are the one who has
spelt Vedas for the first time, Hey, ParamAtma I am
bowing to You. ᳚ )
बिल्वपत्रार्चिते दे वी दर्गे
ु ऽहं शरणं गतः ।
श्री दर्गे
ु हं शरणागतः ॐ नमो नमः ॥ ............. (13.5)
᳚
( Hey, Godess Durga, I take refuge to You. You are
to You. ᳚ )
नमोऽस्त्वनन्ताय सहस्रमर्त
ू ये
सहस्रपादाक्षि शिरोरु बाहवे ।
सहस्रकोटियग
ु धारिणे नमः ॥ ................. (14.4)
(brahmins) to You.
different forms.)
चतस्
ु सागरपर्यन्तं गोब्राह्मणेभ्यः शभ
ु ं भवतु ॥
both the hands i.e. holding left ear from middle and
निर्दोषानन्दात्मकः भारतीरमणमुख्यप्राणान्तर्गत
सवितन
ृ ामक श्री लक्ष्मीनारायणः प्रीयताम ् । प्रीतो वरदो भवतु ।
your blessings.)
आचमन - (1)
(16.3)
(16.4)
॥ हरिः ॐ ॥